सपने में गणेश विसर्जन देखना शुभ या अशुभ जानिए क्या है रहस्य? – Sapne Me Ganesh Visarjan Dekhna Shubh ya Ashubh Janiye Kya Hai Rahasy?

सपने में गणेश विसर्जन: इंसान को अच्छे और बुरे दोनों तरह के सपने आते है लेकिन कुछ सपने ऐसे होते है जिसे देखने के बाद इंसान सोच में पड़ जाता है की उसका सपना क्या संकेत देता है। जैसे की सपने में गणेश विसर्जन देखना (Sapne me ganesh visarjan dekhna) ऐसा सपना देखना इंसान को चिंता में डाल देता है। क्युकी यह सपना शुभ और अशुभ दोनों तरह के संकेत देता है जिससे इंसान के जीवन में बड़े बदलाव आ सकते है। आये जानते है आपके  सपना क्या संकेत लाता है।

सपने में गणेश विसर्जन देखना (Sapne me ganesh visarjan dekhna) इसका मतलब है की आपको भविष्य में किसी अशुभ घटना की और इशारा देता है। गणपति जी के आने से जीवन में खुशिया और समृध्दि आती है। गणेश चतुर्थी के दिन गणपति बाप्पा का आगमन किया जाता है और ठीक 10 दिन बाद उसका विसर्जन किया जाता है। गणेश विसर्जन के दिन को अनंत चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है बाप्पा की मूर्ति को शुद्ध तालाब में विसर्जित की जाती है। गणपति बाप्पा के आने से जीवन के सारे विघ्न दूर हो जाते है लेकिन उनके विसर्जन से इंसान को परेशानिया हो सकती है। शास्त्रों में सपने में गणेश चतुर्थी का उत्सव देखना (Sapne me ganesh chaturthi ka utsav dekhna) शुभ माना गया है

सपनो की दुनिया (Sapno ki duniyaa) में सपने में कुछ ऐसे रहस्य बताये गए है जिससे व्यक्ति के संसार में बहुत कुछ बदल सकता है। आज सपने में गणेश विसर्जन देखना (Sapne me ganesh visarjan) कोनसा संकेत देता है इसके बारे में बताया गया है। सपने में गणेश विसर्जन अलग अलग तरीके से दिखाई दे सकता है आपको यह सपना क्या संकेत देता है आइये जानते है।

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सपने में गणेश विसर्जन देखना मतलब – Sapne Me Ganesh Visarjan Dekhna Matlab

स्वप्न शास्त्र कहता है की इंसान के लिए यह सपना अशुभ घटनाओ का संकेत देता है। सपने में गणेश विसर्जन देखना (Sapne me ganesh visarjan dekhna) मतलब आपको किसी बुरी खबर आने का इशारा है। यह सपना इंसान को आने वाले दिनों में आर्थिक नुक्शानी होने का संकेत देता है और जीवन में खुशिया दूर होने का संकेत देता है। इंसान के परिवार में अशांति आ सकती है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणपति जी की मूर्ति का खंडित होना – Sapne Me Ganesh Visarjan ke Din Ganpati Ji Ki Murti Ka Khandit Hona

जभ किसी इंसान को ऐसा सपना आता है तो उसके लिए यह किसी दुर्घटना का संकेत हो सकता है। सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणपति जी की मूर्ति का खंडित होना (Sapne me ganesh visarjan ke din ganpati ji ki murti ka khandit hona) बहुत बड़ा अपशुकन है। भविष्य में इंसान के परिवार के किसी सदस्य के साथ दुर्घटना हो सकती है और आपकी मुसीबत बढ़ सकती है। इस सपने से परिवार की सुख, शांति नष्ट हो जाएगी।

गणपति जी की मूर्ति खंडित होना अच्छा नहीं होता क्युकी गणपति जी विघ्नहर्ता देव है जो सच्चे भक्तो के विघ्न दूर करते है। इंसान के लिए सपने में गणपति जी कि मूर्ति देखना (Sapne me ganpati ji murti dekhna) समृद्धि आना और विघ्न दूर होने का संकेत हो सकता है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणेश जी को देखना – Sapne Ganesh Visarjan Ke Din Ganesh Ji Ko Dekhna

शास्त्रों के हिसाब से यह सपना आपके लिए खुशियों का संकेत हो सकता है।  सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणेश जी को देखना (Sapne me ganesh visarjan ke din ganesh ji ko dekhna) मतलब आपको अपने नए व्यापार की शरुआत करने का आशीर्वाद मिलता है। गणेश जी आपको जाते जाते यह संकेत देते है की उनके नए व्यापार में कोई भी विघ्न नहीं आएगा गणपति जी   आप पर आने वाले विघ्न दूर करेंगे।

किसी भी शुभ कार्य की शरुआत गणेश जी की पूजा से करनी चाहिए। इंसान को अपने नए वयापार की शरुआत के लिए गणेश जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए जिससे उन्हें तरक्की और धनलाभ मिले। सपने में गणेश जी को देखना (Sapne me ganesh ji ko dekhna) भी शुभ संकेत हो सकता है इससे आपके जीवन में समृद्धि बढ़ेगी।

सपने में गणेश विसर्जन समुद्र में करना – Sapne Me Ganesh Visarjan Samudra Me Karna

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार गणपति जी का विसर्जन शुद्ध तालाब या नदिओं करना शुभ माना जाता है। लेकिन सपने में गणेश विसर्जन समुद्र में करना (Sapne me ganesh visarjan samudra me karna) आपके लिए चिंता की बात हो सकती है। यह सपना आपको जल्द ही किसी परेशानी में डाल सकता है जिससे आपकी चिंताए बढ़ जाएगी। इंसान को इस सपने आने वाले दिनों में अशांति मिलने का संकेत मिलता है।

समुद्र का पानी बहुत तेज होता है और समुद्र तूफानी भी होता है इसलिए सपने में समुद्र देखना (Sapne me samudra dekhna) भी अशुभ सपना होता है। इस सपने से आपके जीवन में बड़ा तूफान आने का संकेत है। इंसान को भविष्य में आर्थिक नुक्शानी होने का इशारा मिलता है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन खुद को रोते देखना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Khud Ko Rote Dekhna

स्वप्न शास्त्र में लिखा है की ऐसा सपना आपको बड़ी दुर्घटना का संकेत देता है। सपने में गणेश विसर्जन के दिन खुद को रोते देखना (Sapne me ganesh visarjan ke din khud ko rote dekhna) इसका मतलब की इंसान को आने वाले दिनों में परिवार में किसी सदस्य के साथ दुर्घटना हो सकती है। आपका कोई करीबी बड़ी मुसीबत में आ सकता है यह सपना अच्छा संकेत नहीं है आपको सावधान रहना चाहिए।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणेश जी को रोते देखना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Ganesh JI Ko Rote Dekhna

यह सपना आपको इशारा करता है की आपसे कोई बड़ी हुई है या फिर आप किसी गलत कार्य में शामिल है। सपने में गणेश विसर्जन के दिन गणेश जी को रोते देखना (Sapne me ganesh visarjan ke din ganesh ji ko rote dekhna) इंसान को सूचित करता है की उसे गलत कार्य बंध कर देने चाहिए। इसका एक और मतलब भी हो सकता है की गणेश जी के कार्य में आपने कोई बड़ी गलती की है जिससे गणेश जी को दुःख हुवा है । इंसान को उसे ठीक करना चाहिए यह सपना दो तरह के संकेत देता है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन चुहा देखना – Sapne Mein Ganesh Visarjan Ke Din Chuha Dekhna

स्वप्न शास्त्र के अनुसार यह सपना आपको संकेत देता है की आने वाले दिनों में किसी नए सदस्य से मुलाकात होगी। सपने में गणेश विसर्जन के दिन चूहा देखना (Sapne mein ganesh visarjan ke din chuha dekhna) शुभ होता है क्युकी चूहा गणेश जी का वाहन है जिसे मुशक कहते है। इंसान को भविष्य में जिस व्यक्ति से मुलाकात होगी वो उनकी परेशानी दूर करेने में उसकी मदद करेगा। उस व्यक्ति से आपको आर्थिक सहायता मिल सकती है जिससे आपकी परेशानी दूर हो जाये।

धार्मिक कथाओ के अनुसार चूहा यानि की मुशक गणेश जी की हर कार्य में उसके साथ रहते थे इसलिए सपने में चूहा (मुशक) देखना (Sapne me chuha dekhna) शुभ सपना है। इंसान को किसी के मार्गदर्शन की आवश्यक होगी तो उन्हें जल्द ही ऐसे व्यक्ति से मदद मिलेगी जो उन्हें सही राह दिखाए।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन बारिस देखना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Barish Dekhna

इस सपने का मतलब है की आने वाले दिनों में उस इंसान को खुशखबर मिलने वाली है। सपने में गणेश विसर्जन के दिन बारिश देखना (Sapne me ganesh visarjan ke din barish dekhna) मतलब परिवार में खुशियों का अवसर आ सकता है जिससे परिवार में खुशिया आएगी। यह सपना परिवार में एकता और प्रेम भावना बढ़ाएगा ऐसा शुभ संकेत देता है। शुभ अवसर पर घर में करीबी रिश्तेदार भी आ सकते है।

बारिश आने से खुशिया आती है और सपने में बारिश देखना (Sapne me barish dekhna) भी जीवन में खुशिया लाता है। इस सपने से आपको यह इशारा मिलता है की आपको धनलाभ होने वाला है। बारिश देखना जीवन में हरियाली और सफलता आने का संकेत देता है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन बिजली गिरते देखना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Bijli Girte Dekhna

स्वप्न शास्त्र में लिखा है की सपने में गणेश विसर्जन के दिन बिजली गिरते देखना (Sapne me ganesh visarjan ke din bijli girte dekhna) मतलब आपको मुसीबत आने का संकेत देता है। इंसान को भविष्य में अपने व्यापार में असफलता मिल सकती है या उसमे धनहानि हो सकती है। इस सपने से आपको आने वाले दिनों में सावधान रहना चाहिए और मुसीबत का सामना हिम्मत से करना चाहिए।

बिजली जिस जगह पर गिरती है वहा सब नष्ट कर देती है और सपने में बिजली गिरते देखना (Sapne me bijli girte dekhna) बहुत ही बुरा संकेत है। इस सपने से इंसान के जीवन को खतरा है और उन्हें हर दिन संभलकर रहना होगा नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन मोदक खाना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Modak Khana

वैसे तो  गणेश विसर्जन अच्छा नहीं होता गणेश जी के जाना अच्छा सपना नहीं होता। लेकिन शास्त्रों के हिसाब से गणेश जी का विसर्जन करना एक परंपरा है और सपने में गणेश विसर्जन के दिन मोदक खाना (Sapne me ganesh visarjan ke din modak khana) शुभ सपना है। इस सपने से इंसान को संकेत मिलता है की आपको या परिवार के किसी सदस्य में किसी को बीमारी है तो जल्द ही उनका स्वास्थ्य ठीक हो जायेगा।

गणपति जी को मोदक अति प्रिय है इस लिए सपने में मोदक देखना (Sapne me modak dekhna) भी शुभ सपना है। इस सपने से आपको संकेत मिलता है की इंसान को व्यापर को लेकर कोई चिंता है वो दूर हो जाएगी और परिवार में खुशिया आएगी ऐसा अच्छा संकेत मिलता है।

सपने में गणेश विसर्जन के दिन लालबागचा राजा को विसर्जित करना – Sapne Me Ganesh Visarjan Ke Din Lalbaugcha Raja Ko Visarjit Karna

स्वप्न शास्त्र के हिसाब से यह सपना आपको आने वाले दिनों में सावधान रहने की और इशारा करता है। सपने में गणेश विसर्जन के दिन लालबागचा राजा को विसर्जित करना (Sapne me ganesh visarjan ke din lalbaugcha raja ko visarjit karna) आपको परेशानी में डाल सकता है। इंसान को आने वाले दिनों में नौकरी जाने का संकेत है इससे आपकी नौकरी पर खतरा हो सकता है। आपको नौकरी में संभलकर कार्य करने की जरुरत है ताकि आने वाली परेशानी से बच सके।

गणेश जी ज्ञान और समृद्धि के देवता है और प्रथम पूजनीय देव है वो अपने भक्तो की हर मनोकामना पूर्ण करते है। सपने में लालबागच राजा देखना (Sapne me lalbaugcha raja dekhna) भी अच्छा शुकन है क्युकी इस मूर्ति की यह विशेषता है की इस मूर्ति के आगे मन्नत रखने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।

सपने में गणेश विसर्जन देखना सारांश

सपने में गणेश विसर्जन देखना (Sapne me ganesh visarjan dekhna) इंसान को अशुभ संकेत देता है ऐसा इस जानकारी में आपको बताया गया है। आपके जीवन में इस सपने से कोन सी घटनाये हो सकती ऐ इसके बारे में बताया गया है। सपनो के ऐसे कई सारे रहस्य आपको हमारी वेबसाइट सपनो की दुनिया (Sapno ki duniyaa) में मिल जायेगे। और सपनो के बारे में जाने के लिए सपनो की दुनिया के साथ जुड़े रहे।

सपनो की दुनिया (Sapno ki duniyaa) में जो भी माहिती दी गई है वो सूचनाओं और मान्यताओं के आधारित दी गई है। किसी भी जानकारी का प्रयोग अपनी जिम्मेदारी से करे या किसी  ज्योतिष की सलाह अवश्य ले। सपनो की दुनिया इसकी जवाबदारी नहीं लेता। धन्यवाद!

सपने में गणेश विसर्जन देखना (FAQs)

(1) सपने में गणेश विसर्जन देखने का क्या मतलब होता है?

इस सपने का मतलब है की इंसान को आने वाले दिनों में मुसीबतो का सामना करना पड़ेगा। यह एक अशुभ सपना है इस सपने से इंसान और उसके परिवार के जीवन में खुशिया दूर चली जाएगी।

(2) सपने में गणेश विसर्जन के दिन तेज बारिश होना क्या संकेत देता है?

इंसान को इस सपने से संकेत मिलता है की भविष्य में उन्हें आर्थिक नुक्शानी हो सकती है। यह सपना आपके लिए अशुभ संकेत की निशानी है।

(3) गणेश विसर्जन कितने दिन बाद किया जाता है?

गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश जी का विसर्जन किया जाता है। गणेश जी का विसर्जन शुद्ध पानी के तालाब में या किसी शुद्ध नदी में करना चाहिए।

(4)  गणेश विसर्जन की क्या मान्यता है?

पुराणों  कहा गया है की महर्षि वेद व्यास कथा सुनाते थे और गणपति बाप्पा उसे लिखते थे ऐसा 10 दिन तक चला था। जब तक कथा पूर्ण न हो तबतक गणेश जी उस जगह से हिल नहीं सकते थे 10 दिन बाद कथा पूर्ण होने पर उन्हों ने शीतल जल में स्नान किया था। इस लिए यह उत्सव पुरे 10 दिन तक मनाया जाता है।